तेरी चाहत में हद से गुजर जाऊंगा एक दिन,
प्यार होता है क्या ये दिखाऊंगा एक दिन,
तेरी संगदिली को सहते-सहते,
मैं अपनी जान से जाऊंगा एक दिन,
अपनी चाहते सारी तुझपे वार के,
प्यार करना तुझे भी सिखाऊंगा एक दिन,
जी ना पाएगी तु भी हो के जुदा मुझसे,
ऐसा प्यार तुझ से कर जाऊंगा एक दिन,
अंधेरो में ढूंढ़ती रह जाएगी मुझको,
ऐसी बेरूखी दिखलाऊंगा एक दिन,
खो कर मुझ को बहुत पछताएगी सनम तु,
वफा ऐसी तुझ से कर जाऊंगा एक दिन,
ऐसी दिवानगी से चाहूंगा तुझको,
भूल जाओगी तुम भी सारा जहान एक दिन,
जान तेरी भी लबों पर आ जाएगी,
बन के खाक जब मैं मिट्टी में मिल जाऊंगा एक दिन।
shyaad wo din bahut jaldi aaye
जवाब देंहटाएंkyaa ho gya bhai bada hi gambhir wichar pradarshit kar rahe ho
जवाब देंहटाएंkoi kuchh bhi kahe Manglesh Ji ne Jo likha hai wakai shaandar hai
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