बुधवार

इंसानियत की बातें किताबों में रहने दो.

जिंदगी को तन्हा,वीरानों में रहने दो,


ये वफ़ा की बातें ख्यालों में रहने दो


.
हकीकत में आजमाने से टूट जाता है दिल



,
ये इंसानियत की बातें किताबों में रहने दो. —

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